दोस्तों आज हम टेक्नोलॉजी के माध्यम से पहले के मुकाबले बहुत आगे आ चुके हैं। आज हम कहीं बाहर जाने के लिए फ्लाइट, रेल या फिर होटल्स के लिए बहुत ही आसानी से ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं, परंतु सन 2000 से पहले ऐसी कोई सुविधा नहीं थी। लोगों को लाइनों में लगकर अपने टिकट बुक कराने पड़ते थे और साथ ही होटलों में जाकर ही पेमेंट करना होता था। उस समय तक तकनीक इतनी विकसित नहीं हुई थी कि कोई भी वेबसाइट के माध्यम से टिकट को बुक किया जाए परंतु अब ऐसा तो नहीं है। आज हम घर बैठे कहीं से भी अपनी यात्रा के लिए ऑनलाइन टिकट बुक करा सकते हैं, चाहे वह रेल या फिर फ्लाइट कोई भी संसाधन हो पहले के मुकाबले अब जीवन काफी आसान हो चुका है।

MakeMyTrip के फाउंडर दीप कालरा के संघर्ष की Success Story. ceo of make my trip deep kalra success story.

दोस्तों हम बात कर रहे हैं दीप कालरा Deep kalra की जिन्होंने लोगों को तकनीक से जोड़ कर उन्हे होने वाली परेशानी से छुटकारा दिलवाया है। उन्होने मेक माई ट्रिप ( MakeMyTrip ) कंपनी की शुरुवात करके आज भारत की सफल कंपनियों की सूची में अपनी कंपनी को शामिल किया हैं।
तो आइये जानते हैं कि दीप कालरा ने अपनी ऑनलाइन प्लेटफार्म मेक माई ट्रिप MakeMyTrip को सफल बनाने मे किन किन परेशानियों का सामना किया और आज उनकी कंपनी का कितना टर्नओवर है। deep kalra success story.

शुरुवाती समय।

दीप कालरा Deep kalra ने अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद सन 1987 में दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। ग्रेजुएशन के बाद वे बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के लिए अहमदाबाद चले गए जहां उन्होंने IIM-अहमदाबाद से अपनी बिजनेस मैनेजमेंट की डिग्री हासिल की। अपनी ग्रेजुएशन और बिज़नेस मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होने अपने करियर को बैंकिंग सेक्टर मे ले जाने का विचार किया। उन्होने अपने करियर की पहली जॉब सबसे पहले एबीएन एमरो बैंक ABN Amro bank में तीन वर्षों तक की। करीब 3 साल नौकरी करने के बाद सन 1995 मे उन्होने अपनी नौकरी से रिजाइन दे दिया। Success Story of makemytrip.

खुद का कुछ करने की तैयारी।

ABN Amro bank से रिजाइन देने के बाद वह अपना खुद का कुछ बड़ा करने के बारे मे सोचने लगे। वह दुबारा नौकरी करना नहीं चाहते थे इसके लिए वह विचार करने लगे की वह क्या कर सकते है साथ ही वह इंटरनेट के द्वारा भी जानकारी हासिल करने मे लग गए। इसी बीच उनके पास कई दूसरी बैंकों से अच्छे पैकेज वाली नौकरी के लिए ऑफर आने लग गए।
लेकिन वह कुछ अलग करने की प्लानिंग के बारे में सोच रहे थे। तब उन्हें इस बारे आइडिया आया कि क्यों ना ऑनलाइन के माध्यम से कुछ ऐसा किया जाये जिससे लोगों को मदद मिल सके। परंतु वह अभी तक पूरी तरह संतुष्ट नहीं थे उन्हे अपने काम के लिए अभी बहुत कुछ सीखना था। इसलिए उन्होने ना चाहते हुए भी नौकरी के बारे मे सोचा।

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अमेरिकन कंपनी के लिए फंडिंग जुटाने से सीख मिली।

वह ऐसी नौकरी करना चाहते थे जो उनकी लाइफ मे काफी चेलेंजिंग हो और उन्हे सीखने को बहुत कुछ मिले, इसलिए उन्होने ऐसा क्षेत्र का चुनाव किया जहां उन्हे वाकई मे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होने अमेरिकन कंपनी “एएमएफ बोलिंग” के साथ जुड़े और उन्हे भारत लाने की ज़िम्मेदारी उठाई।
दीप कालरा के लिए एएमएफ बोलिंग कंपनी के लिए भारत मे निवेश इकठ्ठा करना बहुत ही कठिन होने लगा था। वह किसी भी तरह एएमएफ बोलिंग कंपनी का भारत मे विस्तार करवाना चाहते थे परंतु भारत मे उन्हे कंपनी मे निवेश करने के लिए निवेशक बहुत ही मुश्किल हालतों से मिल रहे थे साथ ही वह अपनी सभी चुनौतियों का डटकर सामना कर रहे थे।

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दीप कालरा परेशानी और मुश्किल हालतों का सामना करते हुए 4 साल तक इस कंपनी से जुड़े रहे और अंत मे 4 साल बाद कंपनी को अलविदा कह दिया। वह अपनी इस नौकरी से बिलकुल भी खुश नहीं थे। उनका लक्ष्य तो अपना खुद का प्लैटफ़ार्म खड़ा करने का था। वह भी एएमएफ बोलिंग कंपनी की तरह अपना बिजनेस खड़ा करना चाह रहे थे।

ऑनलाइन की बढ़ती ताकत को पहचाना।

बाद में सन 1999 में उन्होंने अमेरिका की जेई केपिटल (GE capital) को ज्वाइन कर लिया। इस कंपनी मे अधिकांश काम ऑनलाइन होने लगा था। जल्द ही Deep kalra को इंटरनेट की ताकत का अंदाजा होने लगा था की अपने बिजनेस को ऑनलाइन बड़ी ही आसानी के साथ चलाया जा सकता है और यह भी जान गए थे की आने वाला भविष्य पूरी तरह इंटरनेट पर आधारित होगा। उस वक्त भारत मे इंटरनेट अपने पांव धीरे धीरे पसार रहा था। Success Story.

Make my trip.com की शुरुवात।

दीप कालरा ने खुद को तैयार करते हुए जल्द ही जेई केपिटल (GE capital) कंपनी की नौकरी से भी इस्तीफा दे दिया। अब वह पूरी तरह बिज़नेस के बारे में ही सोच-विचार करने लग गए। दीप कालरा ने जब भारत के पर्यटन उद्योग में रिसर्च किया तो उनके अध्ययन के मुताबिक भारतीय लोगों को टिकट लेने के लिए टिकट काउंटरों में घंटों लाइन में लगकर अपना नंबर आने का इंतजार करना पड़ता था। दीप को ये ऑनलाइन बिजनेस करने का सही मौंका और सही समय लगा। उन्होने लोगों की इस परेशानी को देखते हुए ऑनलाइन टिकट बुक कराने की व्यवस्था की। जिसके लिए उन्होंने सन 2000 में एक वेबसाइट लांच की, जिसे मेकमायट्रिप डॉट कॉम (MakeMyTrip) का नाम दिया गया।

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यह एक ऐसी वेबसाइट है जो लोगों की यात्रा को सरल और आसान बनाने के लिए, मेक माई ट्रिप की वेबसाइट के जरिये कहीं भी एक जगह से दूसरी जगह यात्रा करने के लिए ट्रेन, फ्लाइट, कार की ऑनलाइन टिकट की सुविधा उपलब्ध करवाती है साथ ही किसी भी होटल में रूम बुक कराने के लिए ऑनलाइन बुकिंग सुविधा उपलब्ध करवाती है। इसके अलावा इस वेबसाइट के माध्यम से लोगों को अपना हॉली-डे पैकेज भी आसानी से घर बैठे ही बुक किया जा सकता है।

भारत के 47 बड़े शहरों में हैं 51 रिटेल स्टोर।

आज मेक माय ट्रिप (Make my trip) के 51 रिटेल स्टोर भारत के 47 बड़े शहरों में स्थित हैं, जिनकी मदद से लोग अपने घर बैठे ही ऑनलाइन के जरिये अपनी प्लानिंग के मुताबिक टिकट बुक करवा सकते हैं। बहुत ही कम समय में इस कंपनी ने लोगों के बीच में अपना एक अलग ही मुकाम बना लिया।
आज अधिकतर लोगों के स्मार्टफोन में मेक माय ट्रिप (Make my trip) का एप्लीकेशन आसानी से देखने को मिल जाता है। जिसकी वजह से लोग कहीं पर भी रहकर मिनटों में अपना टिकट बुक कर सकते हैं। आज सभी सफल स्टार्टअप्स में इस मेक माय ट्रिप (Make my trip) स्टार्टअप ने भी अपना नाम शामिल कर लिया है।

make-my-trip कंपनी का टर्नओवर।

Make My Trip कंपनी की भारत मे शुरुवात अच्छी नहीं रही लेकिन दीप कालरा ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के साथ मेक माय ट्रिप (Make My Trip) कंपनी ने मार्किट में अपना एकाधिकार जमा लिया। जिसके बाद इस कंपनी का टर्नओवर बढ़ने लग गया और सन 2016-2017 में कंपनी का टर्नओवर लगभग 62 बिलियन डॉलर तक बढ़ गया। इस कंपनी की वजह से कई हजार लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।

successful startup makemytrip

मेक माय ट्रिप Make My Trip स्टार्टअप की सफलता मे होती बढ़ोतरी को देखते हुए अगले पांच वर्षों में ही कालरा ने अपनी कंपनी के शेयरों को स्टॉक एक्सचेंज में listed करवा दिया।
Deep Kalra की इस वेबसाइट की मदद से आज हजारों लोग अपनी-अपनी यात्रा को आसान और रोमांचक बना बना रहे है। success story.

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दोस्तों आज भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मेक माय ट्रिप (Make My Trip) के जरिये हजारों लोग अपनी यात्रा का आनंद बहुत ही आसानी के साथ कर रहे है। जिससे देश विदेश के पर्यटन उधोग मे भी काफी तेजी आयी है। दीप कालरा ने शुरू से ही भारत मे विकसित होती तकनीक के साथ चलने का फैसला किया था जिस वजह से आज उनके स्टार्टअप को देश के साथ साथ विदेश मे भी काफी सफलता मिली है।

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